बाड़ी सिधौली सीतापुर का ऐतिहासिक जुलूस व जलसा संपन्न।

मो०तारिक अहमद वारसी


पैग़ंबरे इस्लाम को दोनों जहां का मालिक ,मुख्तार बनाकर भेजा गया: मुफ्ती शबीहुल  हसन।


सीतापुर:- सिधौली कस्बे में बाड़ी ग्राम से उठने वाला जुलूस ए मोहम्मदी जो इस्लामिक माह अनुसार 12 रबी उल अव्वल की तारीख के बाद सोमवार उठने वाला जुलूस ए मोहम्मदी 42 सालों से निरंतर कस्बा बाड़ी के बड़ा कुआं चौराहे से निकलकर सिधौली बिसवा चौराहे से नेशनल हाईवे होता हुआ ।महमूदाबाद चौराहे से फिर मिश्रिख मार्ग होते हुए कस्बा बाड़ी के बड़ा कुआं चौराहे पर दो रोजा कार्यक्रम के बाद समापन हुआ ।जुलूस में मरहबा या मुस्तफा की सदाएं बुलंद रही। जुलूस में बच्चों व इस्लामी शायरों ने नातिया अशआर पेश किए ।जुलूस समापन के बाद बड़ा कुआं चौराहे पर नातिया मुशायरा देर रात तक चला। जिसमें शायरों के साथ-साथ दूर दूर से आई हुई अंजुमनों ने भाग लिया। मुकाबले में प्रथम स्थान पर सदरपुर बिसवा से आई हुई अंजुमन रही। दूसरे स्थान पर अहमदपुर जट्ट सिधौली की अंजुमन रही। तीसरे स्थान पर कस्बा बाड़ी की अंजुमन रही। मुशायरे में खिराजे अकीदत के साथ साथ दिलों को छू लेने वाले कलाम शायरे इस्लामों ने पेश किए। दूसरे रोज जलसे में मेहमाने 
खुसूसी मुफ्ती शबीहुल हसन किछौछवी व शायर शहनवाज आलम और मोहम्मद अमीन रजा जलसे में उपस्थित रहे ।जलसे में मौलाना मशहूर आलम बरकाती ने कहा कि इस्लाम धर्म प्रवर्तक दुनिया में अमन व शांति का पैगाम लेकर आए। आज मुसलमानों को जरूरत है कि धर्म प्रवर्तक की दी हुई शिक्षा को समाज में पहुंचाएं ।और स्वय भी उस पर अमल करें। शायरों द्वारा भारी भीड़ में अशआर के द्वारा लोगों को सराबोर कर दिया गया। जलसे में तशरीफ लाए मेहमान मुफ्ती शबीहुल हसन किछौछवी ने अपनी खिताब में कहा कि दुनिया में आए तमाम अंबिया की अपनी अपनी हदें रही ।परंतु पैग़ंबरे इस्लाम को अल्लाह ने दोनों जहान का मालिक बना कर भेजा ।कस्बा बाड़ी से उठने वाला जुलूस ए मोहम्मदी पिछले 42 सालों से अपनी शान ओ शौकत से निरंतर निर्धारित समय पर निकलता है। जो की अंजुमन आशिकानें रसूल कस्बा बाड़ी के द्वारा संपन्न होता है ।जलसे में मेंबर पर मौजूद रहे लोगों में मेहमान मुफ्ती शबीहुल हसन शायर शहनवाज आलम ,मोहम्मद अमीन रजा व मौलाना जियाउद्दीन ,मौलाना मशहूर आलम बरकाती, मौलाना समी उल्लाह, मौलवी अब्दुल हमीद, सूफी नफीस साहब ,कारी निजामुद्दीन( भैया जी) ,मौलवी सैय्यद के साथ-साथ जलसे में जुबेर रहमानी, फज़ल रहमानी, सगीर, फुरकान, अहमद रजा (कल्लू), एहतशाम ,सफ्फान, मजीद आदि सैकड़ों लोग उपस्थित रहे। जलसे का समापन सलातो सलाम के साथ हुआ। इस अवसर पर सिधौली कोतवाली के पुलिस पदाधिकारियों का भरपूर योगदान रहा। जुलूस से लेकर जलसे तक सुरक्षा व्यवस्था चुस्त-दुरुस्त दिखाई दी। जिम्मेदार अधिकारी निरंतर कमेटी के पदाधिकारियों से संपर्क बनाए रहे। कमेटी सहित कस्बा वासियों ने पुलिस की सराहना की।


Popular posts
पत्रकार के हत्यारों को दी जाए कड़ी सजा- अजीत मौर्य
इंडियन जर्नलिस्ट एसोसिएशन डुमरियागंज इकाई द्वारा पत्रकार राकेश सिंह की हत्या के विरोध में प्रदर्शन कर एसडीएम को सौंपा ज्ञापन।
नवादा जिले में भारत बंद का सफल असर। किसानों से लेकर राजनीतिक और राष्ट्रीय नेताओं को सड़कों पर उतरना पड़ा।
शिया फेडरेशन ने ईद मिलादुन नबी की महफिल का किया आयोजन।
Image
बिहार सरकार पत्रकार सुरक्षा कानून जल्द बनाएं - नसीम रब्बानी प्रदेश सरकार ग्रामीण, तहसील व जिला स्तर के सभी पत्रकार को सरकारी खर्च पर सुरक्षा बीमा एवं पेंशन मुहैया करायें- नरेंद्र कुमार सिंह महुआ,वैशाली, बिहार।
Image