नवादा जिले में भारत बंद का सफल असर। किसानों से लेकर राजनीतिक और राष्ट्रीय नेताओं को सड़कों पर उतरना पड़ा।

 नवादा जिले में भारत बंद का सफल असर। किसानों से लेकर राजनीतिक और राष्ट्रीय नेताओं को सड़कों पर उतरना पड़ा।नवादा मोहम्मद सुल्तान अख्तर। वर्तमान सरकार के विरोध में देश भर में किसान और किसान यूनियनों की घोषणा पर भारत बंद के समर्थन में, नवादा जिला राजद अल्पसंख्यक समिति के अध्यक्ष मोहम्मद क़मरुल बारी धमौलवी के नेतृत्व में नवादा जिला पकरी बरानवा देवघर एसएच राज्यमार्ग को जाम कर दिया।  विरोध प्रदर्शन में शामिल सभी दलों के नेताओं की उपस्थिति में सुबह 7:00 बजे से लगभग 3:00 बजे तक ट्रैफ़िक बाधित किया गया।  सभी राजनीतिक दलों के नेताओं ने मोदी सरकार से सर्वसम्मति से मांग की है कि जब तक कृषि विधेयक वापस नहीं लिया जाता तब तक इस तरह का विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा। हिसुआ  विधायक नीतू सिन्हा ने अपने कार्यकर्ताओं के साथ विरोध प्रदर्शन किया, जबकि राजद विधायक प्रकाश वीर ने अपने कार्यकर्ताओं के साथ रजौली में विरोध प्रदर्शन किया।  गोबिंदपुर विधानसभा क्षेत्र से राजद सदस्य विधानसभा कामरान मलिक ने अपने कार्यकर्ताओं के साथ गोविंदपुर विधानसभा क्षेत्र में धरना दिया।  सभी ने आवाज उठाई और कहा कि काला कानून कृषि बिल को किसी भी हाल में वापस लेना होगा। नवादा शहर से राजद विधायक विभा देवी ने अपने कार्यकर्ताओं के साथ विरोध दर्ज कराया। सूत्रों के मुताबिक पटना रांची राज्यमार्ग  सुबह से शाम तक जाम कर दिया गया, हिसुआ गया रोड को  जाम कर दिया गया , नवादा शहर से बिहारशरीफ तक यातायात बाधित कर दिया गया। भागलपुर देवघर राज्यमार्ग को जगह जगह आढा, जम्हरिया, बेलखुंडा, पकरी बरानवा, कचनामोड़ कोआकौल तक जाम रहा।  सभी वाहनों को रोक दिया गया।  नेता, किसान और सामाजिक कार्यकर्ता सुबह से ही विरोध प्रदर्शन कर रहे थे।  लोगों ने अपने दुःख और गुस्से को व्यक्त करने के लिए सड़कों पर उतरकर वर्तमान सरकार के खिलाफ नारे लगाए और कृषि बिल कानूनों को रद्द करने की मांग की।  एमएसपी को वैध करने की मांग की।  सुबह से ही नवादा जिले से लेकर प्रखंड स्तर तक सफल विरोध प्रदर्शन हुआ।  नवादा शहर से लेकर गाँवों तक सभी दुकानें बंद हो गईं और यातायात पूरी तरह बाधित रहा। विरोध प्रदर्शन में शामिल नेताओं और कार्यकर्ताओं में राजद अध्यक्ष रियाज अंसारी, राजद नेता कुलदीप यादव, मोहसिन खान, राम शरेख यादव, अजीत मेहता, जगदीश चौहान, लट्टन रविदास, राजद अल्पसंख्यक समिति के उपाध्यक्ष नजीब अहमद लडडू, रामबालक यादव, सामाजिक कार्यकर्ता मौलाना आजाद, हाफिज नौशाद, मौलाना शमशीर के अलावा सैकड़ों लोग शामिल हुए।