भारतीय किसान यूनियन लोक शक्ति मंडल अध्यक्ष मोईद अहमद भी गरीबों की भूख मिटाने उतरे मैदान में।
मो०ताहिर अहमद वारसी
लखनऊ:-लंबे लाॅक डाउन की घोषणा से कमजोर व मजदूर तबके की कमर तोड़ देने के बाद राजधानी लखनऊ के समाजसेवियों द्वारा सड़कों से लेकर घरों तक राशन पहुंचाने का सिलसिला लगातार जारी है ।कोई पका पकाया भोजन बांट रहा है। तो कोई फल व सब्जी ,तो कोई राशन घर घर पहुंचा रहा है ।इसी क्रम में राजधानी लखनऊ के सीतापुर रोड स्थित फैजुल्लागंज चतुर्थ में समाजसेवी व भारतीय किसान यूनियन लोक शक्ति के मंडल अध्यक्ष मोईद अहमद ने शासन द्वारा कोई सहायता मजदूरों तक ना पहुंचते देख स्वय कमर कसी और रात होते ही आटा, चावल ,दाल ,तेल, नमक आदि मुख्य राशन लेकर स्वंय लोगों के घरों तक पहुंच गए। किसान यूनियन मंडल अध्यक्ष का यह क्रम कितने दिन से जारी है। वे स्वंय यह बताने को तैयार नहीं। मोईद अहमद के अनुसार आज देश में वह समय आ गया है। जब प्रत्येक नागरिक को अपनी जिम्मेदारी समझते हुए देश व समाज हित में अपना योगदान करना चाहिए ।आकस्मिक लाॅक डाउन की घोषणा से जहां पूंजीपतियों ने तो अपने घरों में राशन व पैसा जमा कर लिया। वहीं दिहाड़ी मजदूर, खोमचे वाले, ठेले वाले ,कामगार व अन्य गरीब वर्ग के पास जो भी राशन था वह भी समाप्त हो चुका है ।ऐसी स्थिति में अगर वह घर से बाहर निकलता है ।तो पुलिस की लाठी खाता है ।अन्यथा अपने घरों में बैठकर स्वंय व परिवार को भूख से बिलखते या मरता हुआ देखें। ऐसे कठिन समय में हर संपन्न व्यक्ति की जिम्मेदारी है कि वह अपने पड़ोस में किसी को भूखा ना सोने दे ।मोईद अहमद द्वारा अजीज नगर ,हरि ओम नगर, नबीनगर ,अलीनगर ,मुर्गी फार्म, बड़ा खुदा आदि क्षेत्रों में घर-घर राशन बांट कर गरीबों को दो वक्त की रोटी का इंतजाम किया गया।व लाॅक डाउन के दौरान अपने घरों में सुरक्षित रहने की सलाह दी। इन हालात को देखकर किसी शायर के कुछ अशआर याद आ गए।
तुम्हारी फाइलों में गांव का मौसम गुलाबी है।
मगर यह दावा झूठा है यह दावा किताबी है।
तुम्हारे थाल सोने के तुम्हारे जाम चांदी के।
यहां जनता की आज भी फूटी रकाबी है ।