मदरसा और असातज़ा किराम की जानिब से सभी तलबा और वालदैन को कोरोना वायरस से जुड़ी हुई दर्ज ज़ैलअहम बातें ज़रूर पहुँचाई जाएँ।
मदारिस और असातज़ा किराम की जानिब से सभी तालिब ए इल्म और उनके वालदैन को कोरोना वायरस से मुताल्लिक़ अहम हिदायात:-
जैसा कि आप तामामी हज़रात बख़ूबी वाकिफ़ हैं कि कोरोना वायरस का आलमी बोहरान बढ़ता जा रहा है जो फ़िक्र की बात है। इस सिलसिले में तमाम उलेमा ए कराम की जानिब से भी बार बार अपील और फतावा के ज़रिए क्या करें और क्या ना करें की हिदायतें दी जा चुकी हैं जो हमारे लिए पाबंदी का बायस है। लिहाज़ा आप सभी हज़रात से दरख़्वास्त है कि सरकारी अहकामात के मद्देनज़र समाजी दूरी को इख़्तियार करें जो इस मर्ज़ से बचने का कामयाब तरीक़ा है।
आप सभी हज़रात पंजगाना नमाज़ों की तरह जुमा की नमाज़ और तरावीह भी घर पर अकेले ही अदा करें।
इस वायरस से बचने के लिए अपने अपने घरों में ही महदूद रहें। खाँसते और छींकते वक़्त रुमाल या मुड़ी हुई कोहनी का इस्तेमाल ज़रूर करें, बिला वजह अपने आंख, नाक व चेहरे को न छुएं, हाथों को 40 सेकंड तक मुसलसल साबुन व पानी से साफ करें।
माहे रमज़ान के दौरान एक दूसरे के घरों में इफ़्तार बांटने से परहेज़ करें साथ ही किसी भी तरह की दावत व इफ़्तार पार्टी का एहतेमाम न करें और बिलावजह घर से बाहर ना जाएं । सभी वालदैन और सरपरस्त हज़रात बच्चों पर एहतियाती नज़र बनाये रखें ताकि वो बिला ज़रूरत और खिलाफ़ ए कानून घर से बाहर न निकलें। साथ ही हम तालिब ए इल्म और अपने अज़ीज़ बच्चों से भी मुतालबा करते हैं कि इस नाज़ुक हालात में खुद सेहतमंद बने रहने और अपने अज़ीज़ व अक़ारिब को इस मोहलिक मर्ज़ से बचाने के लिए हमारी बताई गई हिदायात पर अमल करें।
आप सभी से मुअद्दुबाना गुज़ारिश है कि इस मुहिम में शामिल महकमा ए सेहत व दीगर शोबे के कारकुनान
का इस्तिक़बाल करते हुए उनका पूरा तआवुन करें।